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1. यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, और उसकी करूणा सदा की है।
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1. O give thanks H3034 unto the LORD H3068 ; for H3588 he is good H2896 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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2. जो ईश्वरों का परमेश्वर है, उसका धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है।
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2. O give thanks H3034 unto the God H430 of gods H430 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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3. जो प्रभुओं का प्रभु है, उसका धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है॥
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3. O give thanks H3034 to the Lord H113 of lords H113 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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4. उसको छोड़कर कोई बड़े बड़े अशचर्यकर्म नहीं करता, उसकी करूणा सदा की है।
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4. To him who alone H905 doeth H6213 great H1419 wonders H6381 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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5. उसने अपनी बुद्धि से आकाश बनाया, उसकी करूणा सदा की है।
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5. To him that by wisdom H8394 made H6213 the heavens H8064 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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6. उसने पृथ्वी को जल के ऊपर फैलाया है, उसकी करूणा सदा की है।
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6. To him that stretched out H7554 the earth H776 above H5921 the waters H4325 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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7. उसने बड़ी बड़ी ज्योतियों बनाईं, उसकी करूणा सदा की है।
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7. To him that made H6213 great H1419 lights H216 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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8. दिन पर प्रभुता करने के लिये सूर्य को बनाया, उसकी करूणा सदा की है।
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8. H853 The sun H8121 to rule H4475 by day H3117 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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9. और रात पर प्रभुता करने के लिये चन्द्रमा और तारागण को बनाया, उसकी करूणा सदा की है।
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9. H853 The moon H3394 and stars H3556 to rule H4475 by night H3915 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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10. उसने मिस्त्रियों के पहिलौठों को मारा, उसकी करूणा सदा की है॥
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10. To him that smote H5221 Egypt H4714 in their firstborn H1060 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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11. और उनके बीच से इस्राएलियों को निकाला, उसकी करूणा सदा की है।
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11. And brought out H3318 Israel H3478 from among H4480 H8432 them: for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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12. बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से निकाल लाया, उसकी करूणा सदा की है।
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12. With a strong H2389 hand H3027 , and with a stretched out H5186 arm H2220 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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13. उसने लाल समुद्र को खण्ड खण्ड कर दिया, उसकी करूणा सदा की है।
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13. To him which divided H1504 the Red H5488 sea H3220 into parts H1506 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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14. और इस्राएल को उसके बीच से पार कर दिया, उसकी करूणा सदा की है।
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14. And made Israel H3478 to pass through H5674 the midst H8432 of it: for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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15. और फिरौन को सेना समेत लाल समुद्र में डाल दिया, उसकी करूणा सदा की है।
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15. But overthrew H5286 Pharaoh H6547 and his host H2428 in the Red H5488 sea H3220 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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16. वह अपनी प्रजा को जंगल में ले चला, उसकी करूणा सदा की है।
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16. To him which led H1980 his people H5971 through the wilderness H4057 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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17. उसने बड़े बड़े राजा मारे, उसकी करूणा सदा की है।
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17. To him which smote H5221 great H1419 kings H4428 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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18. उसने प्रतापी राजाओं को भी मारा, उसकी करूणा सदा की है।
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18. And slew H2026 famous H117 kings H4428 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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19. एमोरियों के राजा सीहोन को, उसकी करूणा सदा की है।
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19. Sihon H5511 king H4428 of the Amorites H567 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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20. और बाशान के राजा ओग को घात किया, उसकी करूणा सदा की है।
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20. And Og H5747 the king H4428 of Bashan H1316 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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21. और उनके देश को भाग होने के लिये, उसकी करूणा सदा की है।
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21. And gave H5414 their land H776 for a heritage H5159 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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22. अपने दास इस्राएलियों के भाग होने के लिये दे दिया, उसकी करूणा सदा की है।
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22. Even a heritage H5159 unto Israel H3478 his servant H5650 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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23. उसने हमारी दुर्दशा में हमारी सुधि ली, उसकी करूणा सदा की है।
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23. Who remembered H2142 us in our low estate H7945 H8216 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 :
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24. और हम को द्रोहियों से छुड़ाया है, उसकी करूणा सदा की है।
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24. And hath redeemed H6561 us from our enemies H4480 H6862 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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25. वह सब प्राणियों को आहार देता है, उसकी करूणा सदा की है।
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25. Who giveth H5414 food H3899 to all H3605 flesh H1320 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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26. स्वर्ग के परमेश्वर का धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है।
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26. O give thanks H3034 unto the God H410 of heaven H8064 : for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 .
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