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1. मेरा भरोसा परमेश्वर पर है; तुम क्योंकर मेरे प्राण से कह सकते हो कि पक्षी की नाईं अपने पहाड़ पर उड़ जा?
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1. To the chief Musician H5329 , A Psalm of David H1732 . In the LORD H3068 put I my trust H2620 : how H349 say H559 ye to my soul H5315 , Flee H5110 as a bird H6833 to your mountain H2022 ?
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2. क्योंकि देखो, दुष्ट अपना धनुष चढ़ाते हैं, और अपना तीर धनुष की डोरी पर रखते हैं, कि सीधे मन वालों पर अन्धियारे में तीर चलाएं।
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2. For H3588 , lo H2009 , the wicked H7563 bend H1869 their bow H7198 , they make ready H3559 their arrow H2671 upon H5921 the string H3499 , that they may privily H1119 H652 shoot H3384 at the upright H3477 in heart H3820 .
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3. यदि नेवें ढ़ा दी जाएं तो धर्मी क्या कर सकता है?
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3. If H3588 the foundations H8356 be destroyed H2040 , what H4100 can the righteous H6662 do H6466 ?
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4. परमेश्वर अपने पवित्र भवन में है; परमेश्वर का सिंहासन स्वर्ग में है; उसकी आंखें मनुष्य की सन्तान को नित देखती रहती हैं और उसकी पलकें उन को जांचती हैं।
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4. The LORD H3068 is in his holy H6944 temple H1964 , the LORD H3068 's throne H3678 is in heaven H8064 : his eyes H5869 behold H2372 , his eyelids H6079 try H974 , the children H1121 of men H120 .
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5. यहोवा धर्मी को परखता है, परन्तु वह उन से जो दुष्ट हैं और उपद्रव से प्रीति रखते हैं अपनी आत्मा में घृणा करता है।
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5. The LORD H3068 trieth H974 the righteous H6662 : but the wicked H7563 and him that loveth H157 violence H2555 his soul H5315 hateth H8130 .
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6. वह दुष्टों पर फन्दे बरसाएगा; आग और गन्धक और प्रचण्ड लूह उनके कटोरों में बांट दी जाएंगी।
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6. Upon H5921 the wicked H7563 he shall rain H4305 snares H6341 , fire H784 and brimstone H1614 , and a horrible H2152 tempest H7307 : this shall be the portion H4521 of their cup H3563 .
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7. क्योंकि यहोवा धर्मी है, वह धर्म के ही कामों से प्रसन्न रहता है; धर्मी जन उसका दर्शन पाएंगे॥
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7. For H3588 the righteous H6662 LORD H3068 loveth H157 righteousness H6666 ; his countenance H6440 doth behold H2372 the upright H3477 .
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