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1. {यहूदियों के विनाश के लिये हामान की योजना} PS इन बातों के घटने के बाद महाराजा क्षयर्ष ने हामान का सम्मान किया। हामान अगागी हम्मदाता नाम के व्यक्ति का पुत्र था। महाराजा ने हामान की पदोन्नति कर दी और उसे दूसरे मुखियाओं से अधिक बड़ा, महत्वपूर्ण और आदर का पद दे दिया।
1. After H310 these H428 things H1697 did king H4428 Ahasuerus H325 promote H1431 H853 Haman H2001 the son H1121 of Hammedatha H4099 the Agagite H91 , and advanced H5375 him , and set H7760 H853 his seat H3678 above H4480 H5921 all H3605 the princes H8269 that H834 were with H854 him.
2. राजा के द्वार पर महाराजा के सभी मुखिया हामान के आगे झुक कर उसे आदर देने लगे। वे महाराजा की आज्ञा के अनुसार ही ऐसा किया करते थे। किन्तु मोर्दकै ने हामान के आगे झुकने अथवा उसे आदर देने को मना कर दिया।
2. And all H3605 the king H4428 's servants H5650 , that H834 were in the king H4428 's gate H8179 , bowed H3766 , and reverenced H7812 Haman H2001 : for H3588 the king H4428 had so H3651 commanded H6680 concerning him . But Mordecai H4782 bowed H3766 not H3808 , nor H3808 did him reverence H7812 .
3. इस पर राजा के द्वार के अधिकारियों ने मोर्दकै से पूछा, “तुम हामान के आगे झुकने की अब महाराजा की आज्ञा का पालन क्यों नहीं करते?” PEPS
3. Then the king H4428 's servants H5650 , which H834 were in the king H4428 's gate H8179 , said H559 unto Mordecai H4782 , Why H4069 transgressest H5674 thou H859 H853 the king H4428 's commandment H4687 ?
4. राजा के वे अधिकारी प्रतिदिन मोर्दकै से ऐसा कहते रहे। किन्तु वह हामान के आगे झुकने के आदेश को मानने से इन्कार करता रहा। सो उन अधिकारियों ने हामान से इसके बारे में बता दिया। वे ये देखना चाहते थे कि हामान मोर्दकै का क्या करता है मोर्दकै ने उन अधिकारियों को बता दिया था कि वह एक यहूदी था।
4. Now it came to pass H1961 , when they spoke H559 daily H3117 H3117 unto H413 him , and he hearkened H8085 not H3808 unto H413 them , that they told H5046 Haman H2001 , to see H7200 whether Mordecai H4782 's matters H1697 would stand H5975 : for H3588 he had told H5046 them that H834 he H1931 was a Jew H3064 .
5. हामान ने जब यह देखा कि मोर्दकै ने उसके आगे झुकने और उसे आदर देने को मना कर दिया है तो उसे बहुत क्रोध आया।
5. And when Haman H2001 saw H7200 that H3588 Mordecai H4782 bowed H3766 not H369 , nor did him reverence H7812 , then was Haman H2001 full H4390 of wrath H2534 .
6. हामान को यह पता तो चल ही चुका था कि मोर्दकै एक यहूदी है। किन्तु वह मोर्दकै की हत्या मात्र से संतुष्ट होने वाला नहीं था। हामान तो यह भी चाहता था कि वह कोई एक ऐसा रास्ता ढूंढ निकाले जिससे क्षयर्ष के समूचे राज्य के उन सभी यहूदियों को मार डाले जो मोर्दकै के लोग हैं। PEPS
6. And he thought H5869 scorn H959 to lay H7971 hands H3027 on Mordecai H4782 alone H905 ; for H3588 they had showed H5046 him H853 the people H5971 of Mordecai H4782 : wherefore Haman H2001 sought H1245 to destroy H8045 H853 all H3605 the Jews H3064 that H834 were throughout the whole H3605 kingdom H4438 of Ahasuerus H325 , even the people H5971 of Mordecai H4782 .
7. महाराजा क्षयर्ष के राज्य के बारहवें वर्ष में नीसान नाम के पहले महीनें में विशेष दिन और विशेष महीने चुनने के लिये हामान ने पासे फेंके और इस तरह अदार नाम का बारहवाँ महीना चुन लिया गया। (उन दिनों लाटरी निकालने के ये पासे, “पुर” कहलाया करते थे।)
7. In the first H7223 month H2320 , that H1931 is , the month H2320 Nisan H5212 , in the twelfth H8147 H6240 year H8141 of king H4428 Ahasuerus H325 , they cast H5307 Pur H6332 , that H1931 is , the lot H1486 , before H6440 Haman H2001 from day H4480 H3117 to day H3117 , and from month H4480 H2320 to month H2320 , to the twelfth H8147 H6240 month , that H1931 is , the month H2320 Adar H143 .
8. फिर हामान महाराजा क्षयर्ष के पास आया और उससे बोला, “हे महाराजा क्षयर्ष तुम्हारे राज्य के हर प्रान्त में लोगों के बीच एक विशेष समूह के लोग फैले हुए हैं। ये लोग अपने आप को दूसरे लोगों से अलग रखते हैं। इन लोगों के रीतिरिवाज भी दूसरे लोगों से अलग हैं और ये लोग राजा के नियमों का पालन भी नहीं करते हैं। ऐसे लोगों को अपने राज्य में रखने की अनुमति देना महाराज के लिये अच्छा नहीं हैं। PEPS
8. And Haman H2001 said H559 unto king H4428 Ahasuerus H325 , There is H3426 a certain H259 people H5971 scattered abroad H6340 and dispersed H6504 among H996 the people H5971 in all H3605 the provinces H4082 of thy kingdom H4438 ; and their laws H1881 are diverse H8138 from all H4480 H3605 people H5971 ; neither H369 keep H6213 they the king H4428 's laws H1881 : therefore it is not H369 for the king H4428 's profit H7737 to suffer H5117 them.
9. “यदि महाराज को अच्छा लगे तो मेरे पास एक सुझाव है: उन लोगों को नष्ट कर डालने के लिये आज्ञा दी जाये। इसके लिये मैं महाराज के कोष में दस हजार चाँदी के सिक्के जमा कर दूँगा। यह धन उन लोगों को भुगतान के लिये होगा जो इस काम को करेंगे।” PEPS
9. If H518 it please H2895 H5921 the king H4428 , let it be written H3789 that they may be destroyed H6 : and I will pay H8254 ten H6235 thousand H505 talents H3603 of silver H3701 to H5921 the hands H3027 of those that have the charge H6213 of the business H4399 , to bring H935 it into H413 the king H4428 's treasuries H1595 .
10. इस प्रकार महाराजा ने राजकीय अंगूठी अपनी अंगुली से निकाली और उसे हामान को सौंप दिया। हामान अगागी हम्मदाता का पुत्र था। वह यहूदियों का शत्रु था।
10. And the king H4428 took H5493 H853 his ring H2885 from H4480 H5921 his hand H3027 , and gave H5414 it unto Haman H2001 the son H1121 of Hammedatha H4099 the Agagite H91 , the Jews H3064 ' enemy H6887 .
11. इसके बाद महाराजा ने हामान से कहा, “यह धन अपने पास रखो और उन लोगों के साथ जो चाहते हो, करो।” PEPS
11. And the king H4428 said H559 unto Haman H2001 , The silver H3701 is given H5414 to thee , the people H5971 also , to do H6213 with them as it seemeth good to thee H5869 .
12. फिर उस पहले महीने के तेरहवें दिन महाराजा के सचिवों को बुलाया गया। उन्होंने हामान के सभी आदेशों को हर प्रांत की लिपि और विभिन्न लोगों की भाषा में अलग—अलग लिख दिया। साथ ही उन्होंने उन आदेशों को प्रत्येक कबीले के लोगों की भाषा में भी लिख दिया। उन्होंने राजा के मुखियाओं विभिन्न प्रांतो के राज्यपालों अलग अलग कबीलों के मुखियाओं के नाम पत्र लिख दिये। ये पत्र उन्होंने स्वयं महाराजा क्षयर्ष की ओर से लिखे थे और आदेशों को स्वयं महाराजा की अपनी अंगूठी से अंकित किया गया था। PEPS
12. Then were the king H4428 's scribes H5608 called H7121 on the thirteenth H7969 H6240 day H3117 of the first H7223 month H2320 , and there was written H3789 according to all H3605 that H834 Haman H2001 had commanded H6680 unto H413 the king H4428 's lieutenants H323 , and to H413 the governors H6346 that H834 were over H5921 every province H4082 H4082 , and to H413 the rulers H8269 of every people H5971 H5971 of every province H4082 H4082 according to the writing H3791 thereof , and to every people H5971 H5971 after their language H3956 ; in the name H8034 of king H4428 Ahasuerus H325 was it written H3789 , and sealed H2856 with the king H4428 's ring H2885 .
13. संदेशवाहक राजा के विभिन्न प्रांतों में उन पत्रों को ले गये। इन पत्रों में सभी यहूदियों के सम्पूर्ण विनाश, हत्या और बर्बादी के राज्यादेश थे। इसका आशा था कि युवा, वृद्ध, स्त्रियाँ और नन्हें बच्चे तक समाप्त कर दिये जायें। आज्ञा यह थी कि सभी यहूदियों को बस एक ही दिन मौत के घाट उतार दिया जाये। वह दिन था अदार नाम के बारहवें महीने की तेरहवीं तारीख़ को था और यह आदेश भी दिया गया था कि यहूदियों के पास जो कुछ भी हो, उसे ले लिया जाये। PEPS
13. And the letters H5612 were sent H7971 by H3027 posts H7323 into H413 all H3605 the king H4428 's provinces H4082 , to destroy H8045 , to kill H2026 , and to cause to perish H6 , H853 all H3605 Jews H3064 , both young H4480 H5288 and H5704 old H2205 , little children H2945 and women H802 , in one H259 day H3117 , even upon the thirteenth H7969 H6240 day of the twelfth H8147 H6240 month H2320 , which H1931 is the month H2320 Adar H143 , and to take the spoil H7998 of them for a prey H962 .
14. इन पत्रों की प्रतियाँ उस आदेश के साथ एक नियम के रूप में दी जानी थीं। हर प्रांत में इसे एक नियम बनाया जाना था। राज्य में बसी प्रत्येक जाति के लोगों में इसकी घोषणा की जानी थी, ताकि वे सभी लोग उस दिन के लिये तैयार रहें।
14. The copy H6572 of the writing H3791 for a commandment H1881 to be given H5414 in every H3605 province H4082 H4082 was published H1540 unto all H3605 people H5971 , that they should be H1961 ready H6264 against that H2088 day H3117 .
15. महाराजा की आज्ञा से संदेश वाहक तुरन्त चल दिये। राजधानी नगरी शूशन में यह आज्ञा दे दी गयी। महाराजा और हामान तो दाखमधु पीने के लिए बैठ गये किन्तु शूशन नगर में घबराहट फैल गयी। PE
15. The posts H7323 went out H3318 , being hastened H1765 by the king H4428 's commandment H1697 , and the decree H1881 was given H5414 in Shushan H7800 the palace H1002 . And the king H4428 and Haman H2001 sat down H3427 to drink H8354 ; but the city H5892 Shushan H7800 was perplexed H943 .
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