Bible Versions
Bible Books

:

1. {परमेश्वर अपने लोगों को नहीं भूला} PS तो मैं पूछता हूँ, “क्या परमेश्वर ने अपने ही लोगों को नकार नहीं दिया?” निश्चय ही नहीं। क्योंकि मैं भी एक इस्राएली हूँ, इब्राहीम के वंश से और बिन्यामीन के गोत्र से हूँ।
1. I say G3004 then G3767 , Hath G3361 God G2316 cast away G683 his G848 people G2992 ? God forbid G1096 G3361 . For G1063 I G1473 also G2532 am G1510 an Israelite G2475 , of G1537 the seed G4690 of Abraham G11 , of the tribe G5443 of Benjamin G958 .
2. परमेश्वर ने अपने लोगों को नहीं नकारा जिन्हें उसने पहले से ही चुना था। अथवा क्या तुम नहीं जानते कि एलिय्याह के बारे में शास्त्र क्या कहता है: कि जब एलिय्याह परमेश्वर से इस्राएल के लोगों के विरोध में प्रार्थना कर रहा था?
2. God G2316 hath not G3756 cast away G683 his G848 people G2992 which G3739 he foreknew G4267 G2228 . Wot G1492 ye not G3756 what G5101 the G3588 Scripture G1124 saith G3004 of G1722 Elijah G2243 ? how G5613 he maketh intercession G1793 to God G2316 against G2596 Israel G2474 , saying G3004 ,
3. “हे प्रभु, उन्होंने तेरे नबियों को मार डाला। तेरी वेदियों को तोड़ कर गिरा दिया। केवल एक नबी मैं ही बचा हूँ और वे मुझे भी मार डालने का जतन कर रहे हैं।” ✡उद्धरण 1 राजा 19:10, 14
3. Lord G2962 , they have killed G615 thy G4675 prophets G4396 , and G2532 digged down G2679 thine G4675 altars G2379 ; and I G2504 am left G5275 alone G3441 , and G2532 they seek G2212 my G3450 life G5590 .
4. किन्तु तब परमेश्वर ने उसे कैसे उत्तर दिया था, “मैंने अपने लिए सात हजार लोग बचा रखे हैं जिन्होंने बाल के आगे माथा नहीं टेका।” ✡उद्धरण 1 राजा 19:18 PEPS
4. But G235 what G5101 saith G3004 the G3588 answer of God G5538 unto him G846 ? I have reserved G2641 to myself G1683 seven thousand G2035 men G435 , who G3748 have not G3756 bowed G2578 the knee G1119 to the image of Baal G896 .
5. सो वैसे ही आज कल भी कुछ ऐसे लोग बचे हैं जो उसके अनुग्रह के कारण चुने हुए हैं।
5. Even so G3779 then G3767 at G1722 this present G3568 time G2540 also G2532 there is G1096 a remnant G3005 according G2596 to the election G1589 of grace G5485 .
6. और यदि यह परमेश्वर के अनुग्रह का परिणाम है तो लोग जो कर्म करते हैं, यह उन कर्मों का परिणाम नहीं है। नहीं तो परमेश्वर की अनुग्रह, अनुग्रह ही नहीं ठहरती। PEPS
6. And G1161 if G1487 by grace G5485 , then is it no more G3765 of G1537 works G2041 : otherwise G1893 grace G5485 is G1096 no more G3765 grace G5485 . But G1161 if G1487 it be of G1537 works G2041 , then is G2076 it no more G3765 grace G5485 : otherwise G1893 work G2041 is G2076 no more G3765 work G2041 .
7. तो इससे क्या? इस्राएल के लोग जिसे खोज रहे थे, वे उसे नहीं पा सके। किन्तु चुने हुओं को वह मिल गया। जबकि बाकी सब को कठोर बना दिया गया।
7. What G5101 then G3767 ? Israel G2474 hath G5127 not G3756 obtained G2013 that which G3739 he seeketh for G1934 ; but G1161 the G3588 election G1589 hath obtained G2013 it, and G1161 the G3588 rest G3062 were blinded G4456 .
8. शास्त्र कहता है: “परमेश्वर ने उन्हें एक चेतना शून्य आत्मा प्रदान की।” यशायाह 29:10 “ऐसी आँखें दीं जो देख नहीं सकती थीं
और ऐसे कान दिए जो सुन नहीं सकते थे।
और यही दशा ठीक आज तक बनी हुई है।” व्यवस्था विवरण 29:4
8. (According as G2531 it is written G1125 , God G2316 hath given G1325 them G846 the spirit G4151 of slumber G2659 , eyes G3788 that they should not G3361 see G991 , and G2532 ears G3775 that they should not G3361 hear G191 ;) unto G2193 this G4594 day G2250 .
9. दाऊद कहता है: “अपने ही भोजनों में फँसकर वे बंदी बन जाएँ
उनका पतन हो और उन्हें दण्ड मिले।
9. And G2532 David G1138 saith G3004 , Let their G848 table G5132 be made G1096 a G1519 snare G3803 , and G2532 a G1519 trap G2339 , and G2532 a G1519 stumblingblock G4625 , and G2532 a G1519 recompense G468 unto them G846 :
10. उनकी आँखें धुँधली हो जायें ताकि वे देख सकें
और तू उनकी पीड़ाओं तले, उनकी कमर सदा-सदा झुकाए रखें।” भजन संहिता 69:22-23 PS
10. Let their G848 eyes G3788 be darkened G4654 , that they may not G3361 see G991 , and G2532 bow down G4781 their G848 back G3577 always G1275 .
11. सो मैं कहता हूँ क्या उन्होंने इसलिए ठोकर खाई कि वे गिर कर नष्ट हो जायें? निश्चय ही नहीं। बल्कि उनके गलती करने से ग़ैर यहूदी लोगों को छुटकारा मिला ताकि यहूदियों में स्पर्धा पैदा हो।
11. I say G3004 then G3767 , Have they G3361 stumbled G4417 that G2443 they should fall G4098 ? God forbid G1096 G3361 : but G235 rather through their G848 fall G3900 salvation G4991 is come unto the G3588 Gentiles G1484 , for to provoke them to jealousy G3863 G846 .
12. इस प्रकार यदि उनके गलती करने का अर्थ सारे संसार का बड़ा लाभ है और यदि उनके भटकने से ग़ैर यहूदियों का लाभ है तो उनकी सम्पूर्णता से तो बहुत कुछ होगा। PEPS
12. Now G1161 if G1487 the G3588 fall G3900 of them G848 be the riches G4149 of the world G2889 , and G2532 the G3588 diminishing G2275 of them G848 the riches G4149 of the Gentiles G1484 ; how much G4214 more G3123 their G848 fullness G4138 ?
13. यह अब मैं तुमसे कह रहा हूँ, जो यहूदी नहीं हो, क्योंकि मैं विशेष रूप से ग़ैर यहूदियों के लिये प्रेरित हूँ, मैं अपने काम के प्रति पूरा प्रयत्नशील हूँ।
13. For G1063 I speak G3004 to you G5213 Gentiles G1484 , inasmuch as G1909 G3745 G3303 I G1473 am G1510 the apostle G652 of the Gentiles G1484 , I magnify G1392 mine G3450 office G1248 :
14. इस आशा से कि मैं अपने लोगों में भी स्पर्धा जगा सकूँ और उनमें से कुछ का उद्धार करूँ।
14. If by any means G1513 I may provoke to emulation G3863 them which are my G3450 flesh G4561 , and G2532 might save G4982 some G5100 of G1537 them G846 .
15. क्योंकि यदि परमेश्वर के द्वारा उनके नकार दिये जाने से जगत में परमेश्वर के साथ मेलपिलाप पैदा होता है तो फिर उनका अपनाया जाना क्या मरे हुओं में से जिलाया जाना नहीं होगा?
15. For G1063 if G1487 the G3588 casting away G580 of them G846 be the reconciling G2643 of the world G2889 , what G5101 shall the G3588 receiving G4356 of them be, but G1508 life G2222 from G1537 the dead G3498 ?
16. यदि हमारी भेंट का एक भाग पवित्र है तो क्या वह समूचा ही पवित्र नहीं है? यदि पेड़ की जड़ पवित्र है तो उसकी शाखाएँ भी पवित्र हैं। PEPS
16. For G1161 if G1487 the G3588 firstfruit G536 be holy G40 , the G3588 lump G5445 is also G2532 holy : and G2532 if G1487 the G3588 root G4491 be holy G40 , so G2532 are the G3588 branches G2798 .
17. किन्तु यदि कुछ शाखाएँ तोड़ कर फेंक दी गयीं और तू जो एक जँगली जैतून की टहनी है उस पर पेबंद चढ़ा दिया जाये और वह जैतून के अच्छे पेड़ की जड़ों की शक्ति का हिस्सा बटाने लगे,
17. And G1161 if G1487 some G5100 of the G3588 branches G2798 be broken off G1575 , and G1161 thou G4771 , being G5607 a wild olive tree G65 , wert grafted in G1461 among G1722 them G846 , and G2532 with them G1096 partakest G4791 of the G3588 root G4491 and G2532 fatness G4096 of the G3588 olive tree G1636 ;
18. तो तुझे उन टहनियों के आगे, जो तोड़ कर फेंक दी गयी, अभिमान नहीं करना चाहिये। और यदि तू अभिमान करता है तो याद रख यह तू नहीं हैं जो जड़ों को पाल रहा हैं, बल्कि यह तो वह जड़ ही है जो तुझे पाल रही है।
18. Boast not against G2620 G3361 the G3588 branches G2798 . But G1161 if G1487 thou boast G2620 , thou G4771 bearest G941 not G3756 the G3588 root G4491 , but G235 the G3588 root G4491 thee G4571 .
19. अब तू कहेगा, “हाँ, किन्तु शाखाएँ इसलिए तोड़ीगयीं कि मेरा पेबंद चढ़े।”
19. Thou wilt say G2046 then G3767 , The G3588 branches G2798 were broken off G1575 , that G2443 I G1473 might be grafted in G1461 .
20. यह सत्य है,वे अपने अविश्वास के कारण तोड़ फेंकी गयीं किन्तु तुम अपने विश्वास के बल पर अपनी जगह टिके रहे। इसलिए इसका गर्व मत कर बल्कि डरता रह।
20. Well G2573 ; because of unbelief G570 they were broken off G1575 , and G1161 thou G4771 standest G2476 by faith G4102 . Be not highminded G5309 G3361 , but G235 fear G5399 :
21. यदि परमेश्वर ने प्राकृतिक डालियाँ नहीं रहने दीं तो वह तुझे भी नहीं रहने देगा। PEPS
21. For G1063 if G1487 God G2316 spared G5339 not G3756 the G3588 natural G2596 G5449 branches G2798 , take heed lest G3381 he also spare G5339 not G3761 thee G4675 .
22. इसलिए तू परमेश्वर की कोमलता को देख और उसकी कठोरता पर ध्यान दे। यह कठोरता उनके लिए है जो गिर गये किन्तु उसकी करुणा तेरे लिए है यदि तू अपने पर उसका अनुग्रह बना रहने दे। नहीं तो पेड़ से तू भी काट फेंका जायेगा।
22. Behold G1492 therefore G3767 the goodness G5544 and G2532 severity G663 of God G2316 : on G1909 G3303 them which fell G4098 , severity G663 ; but G1161 toward G1909 thee G4571 , goodness G5544 , if G1437 thou continue in G1961 his goodness G5544 : otherwise G1893 thou G4771 also G2532 shalt be cut off G1581 .
23. और यदि वे अपने अविश्वास में रहे तो उन्हें भी फिर पेड़ से जोड़ लिया जायेगा क्योंकि परमेश्वर समर्थ है कि उन्हें फिर से जोड़ दे।
23. And G1161 they G1565 also G2532 , if they abide not G3362 G1961 still in unbelief G570 , shall be grafted in G1461 : for G1063 God G2316 is G2076 able G1415 to graft them in G1461 G846 again G3825 .
24. जब तुझे प्राकृतिक रूप से जंगली जैतून के पेड़ से एक शाखा की तरह काट कर प्रकृति के विरुद्ध एक उत्तम जैतून के पेड़ से जोड़ दिया गया, तो ये जो उस पेड़ की अपनी डालियाँ हैं, अपने ही पेड़ में आसानी से, फिर से क्यों नहीं जोड़ दी जायेंगे। PEPS
24. For G1063 if G1487 thou G4771 wert cut G1581 out G1537 of the G3588 olive tree which is wild G65 by G2596 nature G5449 , and G2532 wert grafted G1461 contrary G3844 to nature G5449 into G1519 a good olive tree G2565 : how much G4214 more G3123 shall these G3778 , which G3588 be the natural G2596 G5449 branches, be grafted into G1461 their own G2398 olive tree G1636 ?
25. हे भाईयों! मैं तुम्हें इस छिपे हुए सत्य से अंजान नहीं रखना चाहता, कि तुम अपने आप को बुद्धिमान समझने लगो कि इस्राएल के कुछ लोग ऐसे ही कठोर बना दिए गए हैं और ऐसे ही कठोर बने रहेंगे जब तक कि काफी ग़ैर यहूदी परमेश्वर के परिवार के अंग नहीं बन जाते।
25. For G1063 I would G2309 not G3756 , brethren G80 , that ye G5209 should be ignorant G50 of this G5124 mystery G3466 , lest G3363 ye should be G5600 wise G5429 in G3844 your own conceits G1438 ; that G3754 blindness G4457 in G575 part G3313 is happened G1096 to Israel G2474 , until G891 G3757 the G3588 fullness G4138 of the G3588 Gentiles G1484 be come in G1525 .
26. और इस तरह समूचे इस्राएल का उद्धार होगा। जैसा कि शास्त्र कहता है: “उद्धार करने वाला सिय्योन से आयेगा;
वह याकूब के परिवार से सभी बुराइयाँ दूर करेगा।
26. And G2532 so G3779 all G3956 Israel G2474 shall be saved G4982 : as G2531 it is written G1125 , There shall come G2240 out of G1537 Zion G4622 the G3588 Deliverer G4506 , and G2532 shall turn away G654 ungodliness G763 from G575 Jacob G2384 :
27. मेरा यह वाचा उनके साथ
तब होगा जब मैं उनके पापों को हर लूँगा।” यशायाह 59:20-21; 27:9 PS
27. For G2532 this G3778 is G3844 my G1700 covenant G1242 unto them G846 , when G3752 I shall take away G851 their G848 sins G266 .
28. जहाँ तक सुसमाचार का सम्बन्ध है, वे तुम्हारे हित में परमेश्वर के शत्रु हैं किन्तु जहाँ तक परमेश्वर द्वारा उनके चुने जाने का सम्बन्ध है, वे उनके पुरखों को दिये वचन के अनुसार परमेश्वर के प्यारे हैं।
28. As concerning G2596 G3303 the G3588 gospel G2098 , they are enemies G2190 for your sakes G1223 G5209 : but G1161 as touching G2596 the G3588 election G1589 , they are beloved G27 for the fathers' sakes G1223 G3588 G3962 .
29. क्योंकि परमेश्वर जिसे बुलाता है और जिसे वह देता है, उसकी तरफ़ से अपना मन कभी नहीं बदलता।
29. For G1063 the G3588 gifts G5486 and G2532 calling G2821 of God G2316 are without repentance G278 .
30. क्योंकि जैसे तुम लोग पहले कभी परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे किन्तु अब तुम्हें उसकी अवज्ञाके कारण परमेश्वर की दया प्राप्त है।
30. For G1063 as G5618 ye G5210 in times past G4218 have G2532 not believed G544 God G2316 , yet G1161 have now G3568 obtained mercy G1653 through their G5130 unbelief G543 :
31. वैसेही अब वे उसकी आज्ञा नहीं मानते क्योंकि परमेश्वर की दया तुम पर है। ताकि अब उन्हें भी परमेश्वर की दया मिले।
31. Even so G3779 have these G3778 also G2532 now G3568 not believed G544 , that G2443 through your G5212 mercy G1656 they G846 also G2532 may obtain mercy G1653 .
32. क्योंकि परमेश्वर ने सब लोगों को अवज्ञा के कारागार में इसलिए डाल रखा है कि वह उन पर दया कर सके। PS
32. For G1063 God G2316 hath concluded G4788 them all G3956 in G1519 unbelief G543 , that G2443 he might have mercy G1653 upon all G3956 .
33. {परमेश्वर धन्य है} PS परमेश्वर की करुणा, बुद्धि और ज्ञान कितने अपरम्पार हैं। उसके न्याय कितने गहन हैं; उसके रास्ते कितने गूढ़ है।
33. O G5599 the depth G899 of the riches G4149 both G2532 of the wisdom G4678 and G2532 knowledge G1108 of God G2316 ! how G5613 unsearchable G419 are his G848 judgments G2917 , and G2532 his G848 ways G3598 past finding out G421 !
34. शास्त्र कहता है: “प्रभु के मन को कौन जानता है?
और उसे सलाह देने वाला कौन हो सकता हैं?” यशायाह 40:13
34. For G1063 who G5101 hath known G1097 the mind G3563 of the Lord G2962 ? or G2228 who G5101 hath been G1096 his G848 counselor G4825 ?
35. “परमेश्वर को किसी ने क्या दिया है?
वह किसी को उसके बदले कुछ दे।” अय्यूब 41:11 PS
35. Or G2228 who G5101 hath first given G4272 to him G846 , and G2532 it shall be recompensed G467 unto him G846 again?
36. क्योंकि सब का रचने वाला वही है। उसी से सब स्थिर है और वह उसी के लिए है। उसकी सदा महिमा हो! आमीन। PE
36. For G3754 of G1537 him G846 , and G2532 through G1223 him G846 , and G2532 to G1519 him G846 , are all things G3956 : to whom G846 be glory G1391 forever G1519 G165 . Amen G281 .
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×