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1. {मिस्र के लिए परमेश्वर का सन्देश} PS मिस्र के बारे में दु:खद सन्देश: देखो! एक उड़ते हुए बादल पर यहोवा रहा है। यहोवा मिस्र में प्रवेश करेगा और मिस्र के सारे झूठे देवता भय से थर—थर काँपने लगेंगे। मिस्र वीर था किन्तु उसकी वीरता गर्म मोम की तरह पिघल कर बह जायेगी। PEPS
1. The burden H4853 of Egypt H4714 . Behold H2009 , the LORD H3068 rideth H7392 upon H5921 a swift H7031 cloud H5645 , and shall come H935 into Egypt H4714 : and the idols H457 of Egypt H4714 shall be moved H5128 at his presence H4480 H6440 , and the heart H3824 of Egypt H4714 shall melt H4549 in the midst H7130 of it.
2. परमेश्वर कहता है, “मैं मिस्र के लोगों को आपस में ही एक दूसरे के विरुद्ध युद्ध करने के लिये उकसाऊँगा। लोग अपने ही भाइयों से लड़ेंगे। पड़ोसी, पड़ोसी के विरोध में हो जायेगा। नगर, नगर के विरोध में और राज्य, राज्य के विरोध में हो जायेंगे।
2. And I will set H5526 the Egyptians H4714 against the Egyptians H4714 : and they shall fight H3898 every one H376 against his brother H251 , and every one H376 against his neighbor H7453 ; city H5892 against city H5892 , and kingdom H4467 against kingdom H4467 .
3. मिस्र के लोग चक्कर में पड़ जायेंगे। वे लोग अपने झूठे देवताओं और बुद्धिमान लोगों से पूछेंगे कि उन्हें क्या करना चाहिये। वे लोग अपने ओझाओं और जादूगरों से पूछताछ करेंगे किन्तु उनकी सलाह व्यर्थ होगी।”
3. And the spirit H7307 of Egypt H4714 shall fail H1238 in the midst H7130 thereof ; and I will destroy H1104 the counsel H6098 thereof : and they shall seek H1875 to H413 the idols H457 , and to H413 the charmers H328 , and to H413 them that have familiar spirits H178 , and to H413 the wizards H3049 .
4. सर्वशक्तिमान यहोवा स्वामी का कहना है: “मैं (परमेश्वर) मिस्र को एक कठोर स्वामी को सौंप दूँगा। एक शक्तिशाली राजा लोगों पर राज करेगा।” PEPS
4. And H853 the Egyptians H4714 will I give over H5534 into the hand H3027 of a cruel H7186 lord H113 ; and a fierce H5794 king H4428 shall rule H4910 over them, saith H5002 the Lord H113 , the LORD H3068 of hosts H6635 .
5. नील नदी का पानी सूख जायेगा। नदी के तल में पानी नहीं रहेगा।
5. And the waters H4325 shall fail H5405 from the sea H4480 H3220 , and the river H5104 shall be wasted H2717 and dried up H3001 .
6. सभी नदियों से दुर्गन्ध आने लगेगी। मिस्र की नहरें सूख जायेंगी। उनका पानी जाता रहेगा। पानी के सभी पौधे सड़ जायेंगे।
6. And they shall turn the rivers far away H2186 H5104 ; and the brooks H2975 of defense H4692 shall be emptied H1809 and dried up H2717 : the reeds H7070 and flags H5488 shall wither H7060 .
7. वे सभी पौधे जो नदी के किनारे उगे होंगे, सूख कर उड़ जायेंगे। यहाँ तक कि वे पौधे भी, जो नदी के सबसे चौड़े भाग में होंगे, व्यर्थ हो जायेंगे। PEPS
7. The paper reeds H6169 by H5921 the brooks H2975 , by H5921 the mouth H6310 of the brooks H2975 , and every thing H3605 sown H4218 by the brooks H2975 , shall wither H3001 , be driven away H5086 , and be no H369 more .
8. मछुआरे, और वे सभी लोग जो नील नदी से मछलियाँ पकड़ा करते हैं, दु:खी होकर त्राहि—त्राहि कर उठेंगे। वे अपने भोजन के लिए नील नदी पर आश्रित हैं किन्तु वह सूख जायेगी।
8. The fishers H1771 also shall mourn H578 , and all H3605 they that cast H7993 angle H2443 into the brooks H2975 shall lament H56 , and they that spread H6566 nets H4365 upon H5921 H6440 the waters H4325 shall languish H535 .
9. वे लोग जो कपड़ा बनाया करते हैं, अत्यधिक दु:खी होंगे। इन लोगों को सन का कपड़ा बनाने के लिए पटसन की आवश्यकता होगी किन्तु नदी के सूख जाने से सन के पौधों की बढ़वार नहीं हो पायेगी।
9. Moreover they that work H5647 in fine H8305 flax H6593 , and they that weave H707 networks H2355 , shall be confounded H954 .
10. पानीइकट्ठा करने के लिये बाँध बनाने वाले लोगों के पास काम नहीं रह जायेगा। सो वे बहुत दु:खी होंगे। PEPS
10. And they shall be H1961 broken H1792 in the purposes H8356 thereof, all H3605 that make H6213 sluices H7938 and ponds H98 for fish H5315 .
11. सोअन नगर के मुखिया मूर्ख हैं। फिरौन के “बुद्धिमान मन्त्री” गलत सलाह देते हैं। वे मुखिया लोग कहते हैं कि वे बुद्धिमान हैं। उनका कहना है कि वे पुराने राजाओं के वंशज हैं। किन्तु जैसा वे सोचते हैं, वैसे बुद्धिमान नहीं हैं।
11. Surely H389 the princes H8269 of Zoan H6814 are fools H191 , the counsel H6098 of the wise H2450 counselors H3289 of Pharaoh H6547 is become brutish H1197 : how H349 say H559 ye unto H413 Pharaoh H6547 , I H589 am the son H1121 of the wise H2450 , the son H1121 of ancient H6924 kings H4428 ?
12. हे मिस्र, तेरे बुद्धिमान पुरुष कहाँ हैं उन बुद्धिमान लोगों को सर्वशक्तिमान यहोवा ने मिस्र के लिये जो योजना बनाई है, उसका पता होना चाहिये। उन लोगों को, जो होने वाला है, तुम्हें बताना चाहिये। PEPS
12. Where H335 are they? where H645 are thy wise H2450 men ? and let them tell H5046 thee now H4994 , and let them know H3045 what H4100 the LORD H3068 of hosts H6635 hath purposed H3289 upon H5921 Egypt H4714 .
13. सोअन के मुखिया मूर्ख बना दिये गये हैं। नोप के मुखियाओं ने झूठी बातों पर विश्वास किया है। सो मुखिया लोग मिस्र को गलत रास्ते पर ले जाते हैं।
13. The princes H8269 of Zoan H6814 are become fools H2973 , the princes H8269 of Noph H5297 are deceived H5377 ; they have also seduced H8582 H853 Egypt H4714 , even they that are the stay H6438 of the tribes H7626 thereof.
14. यहोवा ने मुखियाओं को उलझन में डाल दिया है। वे भटक गये हैं और मिस्र को गलत रास्ते पर ले जा रहे हैं। वे नशे में धुत ऐसे लोगों के समान हैं जो बीमारी के कारण धरती में लोट रहे हैं।
14. The LORD H3068 hath mingled H4537 a perverse H5773 spirit H7307 in the midst H7130 thereof : and they have caused H853 Egypt H4714 to err H8582 in every H3605 work H4639 thereof , as a drunken H7910 man staggereth H8582 in his vomit H6892 .
15. मिस्र के लिए कोई कुछ नहीं कर पाएगा। (फिर चाहे वे सिर हो अथवा पूँछ, “खजूर की शाखायें हो या सरकंडे।” अर्थात् “महत्वपूर्ण हो या महत्वहीन लोग।”) PEPS
15. Neither H3808 shall there be H1961 any work H4639 for Egypt H4714 , which H834 the head H7218 or tail H2180 , branch H3712 or rush H100 , may do H6213 .
16. उस समय, मिस्र के निवासी भयभीत स्त्रियों के समान हो जायेंगे। वे सर्वशक्तिमान यहोवा से डरेंगे। यहोवा लोगों को दण्ड देने के लिए अपना हाथ उठायेगा और लोग डर जायेंगे।
16. In that H1931 day H3117 shall Egypt H4714 be H1961 like unto women H802 : and it shall be afraid H2729 and fear H6342 because H4480 H6440 of the shaking H8573 of the hand H3027 of the LORD H3068 of hosts H6635 , which H834 he H1931 shaketh H5130 over H5921 it.
17. मिस्र में सब लोगों के लिये यहूदा का प्रदेश भय का कारण होगा। मिस्र में कोई भी यहूदा का नाम सुन कर डर जायेगा। ऐसा इसलिये होगा क्योंकि सर्वशक्तिमान यहोवा ने भयानक घटनायें घटाने की योजना बनायी है।
17. And the land H127 of Judah H3063 shall be H1961 a terror H2283 unto Egypt H4714 , every one H3605 that H834 maketh mention H2142 thereof shall be afraid H6342 in H413 himself, because H4480 H6440 of the counsel H6098 of the LORD H3068 of hosts H6635 , which H834 he H1931 hath determined H3289 against H5921 it.
18. उस समय, मिस्र में ऐसे पाँच नगर होंगे जहाँ लोग कनान की भाषा (यहूदी भाषा) बोलेंगे। इन नगरों में एक नगर का नाम होगा “नाश की नगरी।” लोग सर्वशक्तिमान यहोवा के अनुसरण की प्रतिज्ञा करेंगे। PEPS
18. In that H1931 day H3117 shall H1961 five H2568 cities H5892 in the land H776 of Egypt H4714 speak H1696 the language H8193 of Canaan H3667 , and swear H7650 to the LORD H3068 of hosts H6635 ; one H259 shall be called H559 , The city H5892 of destruction H2041 .
19. उस समय मिस्र के बीच में यहोवा के लिये एक वेदी होगी। मिस्र की सीमापर यहोवा को आदर देने के लिए एक स्मारक होगा।
19. In that H1931 day H3117 shall there be H1961 an altar H4196 to the LORD H3068 in the midst H8432 of the land H776 of Egypt H4714 , and a pillar H4676 at H681 the border H1366 thereof to the LORD H3068 .
20. यह इस बात का प्रतीक होगा कि सर्वशक्तिमान यहोवा शक्तिमान कार्य करता है। जब कभी लोग सहायता के लिए यहोवा को पुकारेंगे, यहोवा सहायता भेजेगा। यहोवा लोगों को बचाने और उनकी रक्षा करने के लिये एक व्यक्ति को भेजेगा। वह व्यक्ति उन व्यक्तिओं को उन दूसरे लोगों से बचायेगा जो उनके साथ बुरी बातें करते हैं। PEPS
20. And it shall be H1961 for a sign H226 and for a witness H5707 unto the LORD H3068 of hosts H6635 in the land H776 of Egypt H4714 : for H3588 they shall cry H6817 unto H413 the LORD H3068 because H4480 H6440 of the oppressors H3905 , and he shall send H7971 them a savior H3467 , and a great one H7227 , and he shall deliver H5337 them.
21. सचमुच उस समय, मिस्र के लोग यहोवा को जानेंगे। वे लोग परमेश्वर से प्रेम करेंगे। वे लोग परमेश्वर की सेवा करेंगे और बहुत सी बलियाँ चढ़ायेंगे। वे लोग यहोवा की मनौतियाँ मानेंगे और उन मनौतियों का पालन करेंगे।
21. And the LORD H3068 shall be known H3045 to Egypt H4714 , and the Egyptians H4714 shall know H3045 H853 the LORD H3068 in that H1931 day H3117 , and shall do H5647 sacrifice H2077 and oblation H4503 ; yea , they shall vow H5087 a vow H5088 unto the LORD H3068 , and perform H7999 it .
22. यहोवा मिस्र के लोगों को दण्ड देगा। फिर यहोवा उन्हें (चंगा) क्षमा कर देगा और वे यहोवा की ओर लौट आयेंगे। यहोवा उनकी प्रार्थनाएँ सुनेगा और उन्हें क्षमा कर देगा। PEPS
22. And the LORD H3068 shall smite H5062 H853 Egypt H4714 : he shall smite H5062 and heal H7495 it : and they shall return H7725 even to H5704 the LORD H3068 , and he shall be entreated H6279 of them , and shall heal H7495 them.
23. उस समय, वहाँ एक ऐसा राजमार्ग होगा जो मिस्र से अश्शूर जायेगा। फिर अस्शूर से लोग मिस्र में जायेंगे और मिस्र से अश्शूर में। मिस्र अश्शूर के लोगों के साथ परमेश्वर की उपासना करेगा।
23. In that H1931 day H3117 shall there be H1961 a highway H4546 out of Egypt H4480 H4714 to Assyria H804 , and the Assyrian H804 shall come H935 into Egypt H4714 , and the Egyptian H4714 into Assyria H804 , and the Egyptians H4714 shall serve H5647 with H854 the Assyrians H804 .
24. उस समय, इस्राएल, अश्शूर और मिस्र आपस में एक हो जायेंगे और पृथ्वी पर शासन करेंगे। यह शासन धरती के लिये वरदान होगा।
24. In that H1931 day H3117 shall Israel H3478 be H1961 the third H7992 with Egypt H4714 and with Assyria H804 , even a blessing H1293 in the midst H7130 of the land H776 :
25. सर्वशक्तिमान यहोवा इन देशों को आशीर्वाद देगा। वह कहेगा, “हे मिस्र के लोगों, तुम मेरे हो। अश्शूर, तुझे मैंने बनाया है। इस्राएल, मैं तेरा स्वामी हूँ। तुम सब धन्य हो!” PE
25. Whom H834 the LORD H3068 of hosts H6635 shall bless H1288 , saying H559 , Blessed H1288 be Egypt H4714 my people H5971 , and Assyria H804 the work H4639 of my hands H3027 , and Israel H3478 mine inheritance H5159 .
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